भारत सरकार ने पारंपरिक कारीगरों, शिल्पकारों और हस्तकला से जुड़े श्रमिकों के लिए PM Vishwakarma Yojana 2025 का पंजीकरण शुरू कर दिया है। इस योजना का लक्ष्य कुशल कारीगरों को आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण और बाजार तक पहुंच प्रदान करना है। यदि आप किसी पारंपरिक कला या कारीगरी से जुड़े हैं, तो यह आपके लिए सुनहरा अवसर है।
योजना का उद्देश्य और महत्व
PM Vishwakarma Yojana का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है। योजना के तहत:
- आधुनिक तकनीक और उपकरणों की ट्रेनिंग
- वित्तीय सहायता और ऋण सुविधा
- उत्पाद विपणन और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बिक्री की सुविधा
यह योजना न केवल व्यक्तिगत विकास में सहायक है, बल्कि देश की सांस्कृतिक विरासत और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
पात्र लाभार्थी कौन हैं?
योजना का लाभ लेने के लिए कुछ विशेष पात्रता शर्तें हैं:
- पारंपरिक कारीगरी/हस्तशिल्प से जुड़े कारीगर
- बढ़ई, राजमिस्त्री, लोहार, सुनार, कुम्हार, मोची, दर्जी, बुनकर, मूर्तिकार, खिलौना निर्माता, ताला बनाने वाले, मछली पकड़ने वाले, चर्मकार आदि शामिल
- न्यूनतम आयु: 18 वर्ष
- भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए
- किसी सरकारी नौकरी में कार्यरत नहीं होना चाहिए
योजना के तहत आर्थिक सहायता
- ₹15,000 टूलकिट राशि: कारीगर के बैंक खाते में सीधे डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर
- ₹500 प्रतिदिन स्टाइपेंड: प्रशिक्षण के दौरान
- ऋण सुविधा: पहले चरण में ₹1,00,000 और दूसरे चरण में ₹2,00,000 तक, कम ब्याज और सब्सिडी सहित
प्रशिक्षण और कौशल विकास
- सरकारी प्रशिक्षण केंद्रों में उन्नत तकनीक और नए डिजाइन सिखाए जाते हैं
- गुणवत्ता नियंत्रण, ग्राहक संतुष्टि और आधुनिक उत्पादन विधियों की जानकारी
- डिजिटल भुगतान, ऑनलाइन मार्केटिंग और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बिक्री प्रशिक्षण
- प्रशिक्षण पूरा होने पर सरकारी प्रमाण पत्र प्राप्त
बाजार से जुड़ाव और विपणन सहायता
- ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (अमेज़न, फ्लिपकार्ट) पर उत्पादों की बिक्री
- सरकारी मेलों और प्रदर्शनियों में प्रदर्शनी का मौका
- ब्रांडिंग और पैकेजिंग में सहायता
ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया
- वेबसाइट पर जाएँ: pmvishwakarma.gov.in
- रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें और आधार नंबर दर्ज करें
- OTP सत्यापन के बाद आवेदन फॉर्म भरें
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें:
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक (आधार लिंक)
- व्यवसाय प्रमाण या स्थानीय प्राधिकरण दस्तावेज
- पासपोर्ट साइज फोटो और निवास प्रमाण पत्र
- सबमिट करें और एप्लीकेशन नंबर सुरक्षित रखें
सत्यापन और लाभ प्राप्ति
- विभाग द्वारा दस्तावेजों और व्यवसाय का सत्यापन
- प्रशिक्षण में भाग लेने के दौरान ₹500 प्रतिदिन स्टाइपेंड
- प्रशिक्षण पूरा होने पर टूलकिट राशि और प्रमाण पत्र प्रदान
FAQs
1. PM Vishwakarma Yojana का लाभ कौन ले सकता है?
सभी पारंपरिक कारीगर और हस्तकला से जुड़े लोग जो 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं।
2. टूलकिट राशि कितनी है?
₹15,000, सीधे बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से।
3. प्रशिक्षण के दौरान कितनी आर्थिक सहायता मिलती है?
₹500 प्रतिदिन स्टाइपेंड।
4. ऋण सुविधा कितनी उपलब्ध है?
पहले चरण में ₹1,00,000 और दूसरे चरण में ₹2,00,000 तक, कम ब्याज और सब्सिडी सहित।
5. आवेदन कैसे करें?
आधिकारिक वेबसाइट pmvishwakarma.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन करें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
निष्कर्ष
PM Vishwakarma Yojana 2025 पारंपरिक कारीगरों के लिए आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण, और डिजिटल मार्केटिंग का सुनहरा अवसर है। अगर आप भी किसी पारंपरिक कला या कारीगरी से जुड़े हैं, तो अभी ऑनलाइन पंजीकरण कराएं और ₹15,000 टूलकिट, ₹500 प्रतिदिन स्टाइपेंड और ऋण सुविधा का लाभ उठाएं। यह आपके व्यवसाय और कौशल विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम है।












