उत्तर प्रदेश के हजारों बीएड शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) ने प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई के लिए विशेष ब्रिज कोर्स के ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह कोर्स उन शिक्षकों के लिए अनिवार्य है जो बीएड योग्यता के आधार पर प्राथमिक कक्षाओं में नियुक्त हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद यह कदम शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
ब्रिज कोर्स का उद्देश्य
यह कोर्स सिर्फ औपचारिकता नहीं है, बल्कि शिक्षकों को प्राथमिक स्तर की पढ़ाई के लिए तैयार करना इसका मुख्य लक्ष्य है। बीएड पाठ्यक्रम माध्यमिक छात्रों को पढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया था। छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए विशेष तकनीक, मनोविज्ञान और शिक्षण विधियों की आवश्यकता होती है। इस कोर्स से शिक्षक:
- कक्षा 1–5 के बच्चों को पढ़ाने के योग्य बनेंगे
- बच्चों की रुचि बनाए रखने और खेल-खेल में पढ़ाने के कौशल सीखेंगे
- प्रत्येक बच्चे की व्यक्तिगत जरूरत समझने में सक्षम होंगे
सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला
11 अगस्त 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया कि बीएड डिग्री वाले शिक्षक प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ा नहीं सकते। अदालत ने एनसीटीई को निर्देश दिया कि ऐसे शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण तैयार किया जाए। इस आदेश के अनुसार ब्रिज कोर्स शुरू किया गया।
कोर्स की अनिवार्यता और समय सीमा
- यह कोर्स उन शिक्षकों के लिए अनिवार्य है, जिन्होंने 28 जून 2018 से 11 अगस्त 2023 के बीच बीएड के आधार पर प्राथमिक स्कूलों में नियुक्ति पाई थी।
- समय सीमा का पालन जरूरी है; सुप्रीम कोर्ट ने अतिरिक्त समय देने की याचिका खारिज कर दी।
- कोर्स पूरा न करने पर नियुक्ति अवैध मानी जाएगी और नौकरी खो सकती है।
पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज
ऑनलाइन पंजीकरण हेतु शिक्षक को निम्नलिखित दस्तावेज अपलोड करने होंगे:
- यू-डाइस प्लस कोड (विद्यालय की पहचान)
- हाल की पासपोर्ट आकार की फोटो
- बीएड डिग्री प्रमाण पत्र
- नियुक्ति पत्र की प्रति
- स्व-घोषणा प्रमाण पत्र (प्रधानाचार्य द्वारा सत्यापित)
सभी दस्तावेज डिजिटल फॉर्म में स्कैन करके पोर्टल पर अपलोड करना आवश्यक है।
कोर्स के लाभ और समकक्षता
- सफलतापूर्वक कोर्स पूरा करने के बाद शिक्षक को बीटीसी के समकक्ष योग्यता प्राप्त होगी।
- इससे शिक्षक कानूनी और शैक्षणिक रूप से कक्षा 1–5 पढ़ाने में सक्षम होंगे।
- शिक्षक की पेशेवर क्षमता में सुधार होगा और शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी।
उत्तर प्रदेश में राहत
उत्तर प्रदेश में लगभग 30,000 शिक्षक इस श्रेणी में आते हैं। इस ब्रिज कोर्स से उनका करियर सुरक्षित होगा और वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद अपनी नौकरी जारी रख सकेंगे।
ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया
- NIOS के विशेष पोर्टल पर लॉगिन करें।
- व्यक्तिगत और शैक्षणिक जानकारी भरें।
- सभी दस्तावेज स्कैन कर अपलोड करें।
- सफल पंजीकरण पर पंजीकरण संख्या प्राप्त होगी।
FAQs
1. ब्रिज कोर्स कौन से शिक्षकों के लिए अनिवार्य है?
बीएड के आधार पर 28 जून 2018 से 11 अगस्त 2023 तक नियुक्त शिक्षक।
2. कोर्स पूरा करने के बाद क्या लाभ होगा?
शिक्षक को बीटीसी के समकक्ष योग्यता मिलेगी और वे कक्षा 1–5 पढ़ा सकेंगे।
3. पंजीकरण कैसे होगा?
एनआईओएस के विशेष पोर्टल पर ऑनलाइन।
4. कौन से दस्तावेज आवश्यक हैं?
यू-डाइस प्लस कोड, फोटो, बीएड डिग्री, नियुक्ति पत्र, स्व-घोषणा प्रमाण पत्र।
5. कोर्स की समय सीमा क्या है?
सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित अवधि के भीतर पूरा करना अनिवार्य है।
निष्कर्ष
यह ब्रिज कोर्स उत्तर प्रदेश के बीएड शिक्षकों के लिए करियर सुरक्षा और पेशेवर विकास का अवसर है। शिक्षक जल्द से जल्द पंजीकरण कर अपनी योग्यता बढ़ा सकते हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाने के अधिकार को सुरक्षित रख सकते हैं। आधिकारिक पोर्टल का ही उपयोग करें और सभी दस्तावेज सही ढंग से अपलोड करें।












