केंद्र सरकार के लगभग 50 लाख कर्मचारी और 65 लाख से अधिक पेंशनभोगी आठवें वेतन आयोग की नई सैलरी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। आयोग का गठन हो चुका है और इसकी अध्यक्षता न्यायमूर्ति रंजना देसाई कर रही हैं। जनवरी 2026 से लागू होने की संभावना के चलते कर्मचारियों में नई वेतन संरचना और फिटमेंट फैक्टर को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
फिटमेंट फैक्टर क्या है और क्यों महत्वपूर्ण है
फिटमेंट फैक्टर मूल सैलरी को बढ़ाने का गुणक है। इसे समझना आसान है:
- साधारण गणितीय प्रक्रिया: पुराने मूल वेतन × फिटमेंट फैक्टर = नया मूल वेतन
- उद्देश्य: कर्मचारियों की वास्तविक जरूरतों के अनुसार वेतन में वृद्धि करना
- प्रभाव: भत्तों, पेंशन और भविष्य निधि में भी असर
सातवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था। आठवें वेतन आयोग में विशेषज्ञों के अनुमान अनुसार यह 1.83 से 2.46 के बीच हो सकता है।
संभावित वेतन वृद्धि
यदि फिटमेंट फैक्टर:
- 1.83: 18,000 रुपये मूल वेतन → लगभग 32,940 रुपये
- 2.46: 18,000 रुपये मूल वेतन → लगभग 44,280 रुपये
ग्रेड पे के अनुसार अनुमानित सैलरी
| ग्रेड पे | वर्तमान बेसिक सैलरी | संभावित नई बेसिक सैलरी | कुल सैलरी (भत्ते सहित) |
|---|---|---|---|
| 1,900 | 28,000 | 44,000–72,000 | अधिक |
| 4,600 | 65,000 | 1,12,000–1,50,000 | अधिक |
| 8,900 | उच्च स्तर | लगभग दोगुनी | अधिक |
नोट: इसमें महंगाई भत्ता, मकान भत्ता और अन्य सुविधाएं शामिल नहीं हैं।
फिटमेंट फैक्टर निर्धारण प्रक्रिया
- महंगाई और जीवनयापन लागत का अध्ययन
- डॉक्टर अकरॉयड फॉर्मूला: भोजन, आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य, यातायात आदि पर आधारित
- निजी क्षेत्र वेतन और आर्थिक स्थिति का विश्लेषण
- कर्मचारी संगठनों से परामर्श
यह सुनिश्चित करता है कि वेतन वृद्धि संतुलित और वास्तविक परिस्थितियों के अनुरूप हो।
लागू होने की संभावित तिथि
- रिपोर्ट 2026 के मध्य तक सरकार को सौंपे जाने की संभावना
- नए वेतन आयोग की सिफारिशें जनवरी 2027 से लागू हो सकती हैं
- पिछली तिथि से बकाया राशि भी भुगतान की जाएगी (एकमुश्त या किस्तों में)
आर्थिक प्रभाव और चुनौतियां
- अनुमानित अतिरिक्त खर्च: 2–3 लाख करोड़ रुपये प्रति वर्ष
- सरकार को वित्तीय संतुलन बनाए रखना होगा
- कर्मचारियों के लिए सकारात्मक: महंगाई के चलते कम हुई क्रय शक्ति में सुधार
FAQs
1. फिटमेंट फैक्टर क्या होता है?
पुरानी बेसिक सैलरी को नया बेसिक सैलरी में बदलने का गुणक।
2. जनवरी 2026 से नई सैलरी कितनी बढ़ेगी?
न्यूनतम 32,940 रुपये से लेकर अधिकतम 44,280 रुपये (18,000 रुपये बेसिक पर अनुमान)।
3. बकाया राशि कब मिलेगी?
सिफारिशें लागू होने के बाद एकमुश्त या किस्तों में।
4. सभी ग्रेड पे में वेतन बढ़ेगा?
हाँ, निचले, मध्य और उच्च ग्रेड के कर्मचारियों की सैलरी बढ़ेगी।
5. क्या पेंशनभोगियों को लाभ मिलेगा?
सरकार ने आश्वासन दिया है कि पेंशनभोगियों को भी उचित लाभ मिलेगा।
निष्कर्ष
8वें वेतन आयोग की सिफारिशें कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए आर्थिक राहत साबित होंगी। फिटमेंट फैक्टर और सैलरी चार्ट के अनुसार जनवरी 2026 से वेतन वृद्धि के साथ बकाया राशि भी मिलेगी। कर्मचारियों को सलाह दी जाती है कि वे केवल आधिकारिक सरकारी अधिसूचनाओं का इंतजार करें और वित्तीय योजना उसी के अनुसार बनाएं।












